Sunday, 11 February 2018

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ही सही मायने में श्रद्धांजलि स्वरुप पंडित दीन दयाल उपाध्याय के सपनो को क्रियान्वित कर रहे है जो अपने आप में श्रद्धा सुमन अर्पित करने जैसा है।

chaitanya shree प्रधानमंत्री  श्री  नरेंद्र मोदीजी कि यह सोच रही है कि, समया अनुस्वार भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए  , हमें नयी दिशा और नयी समीकरण  की   खोज करने कि जरूरत है। सर्वांगीण प्रगति का धेय कैसे साध्य होगा और सही अर्थो में अंत्योदय कैसे आएगा इसपर विचार कर  गांव ,कृषि , स्वास्थ्य को अंतिम  पाय दान तक कैसे पहुंचाया जाए इस पर २०१८ -१९ के बजट के  प्रमुख ठोस कदम है । पुरे विश्व में अपने नेताओ का महत्व बढ़ने मात्र से देश का विकास नहीं होगा। सामान्य जनता जब जीवन से निराश नहीं होगी , सबकी आवश्यकताए  पूरी होंगी , जब वे अपने बच्चो  के रोजगार के लिए निश्चिन्त होंगे , पानी , बिजली , शौचालय  सबको सुलभ होंगे , तभी हमारा विकास हुआ यह हम समझेंगे। जबतक विकास पिछड़े जिलो में ठोस रूप से आकार नहीं ले लेता , शहरो में १०-१५ प्रतिशत जुग्गी जोपड़िया कम नहीं होती है ,स्वास्थ्य सुविधा में गांव व् अंतिम ायदान के लोगो तक नहीं पहुँचती है , तभी हम सही मार्ग पर चल पड़े है , यह कहा जा सकेगा। जिसकी शुरुआत हम अन्तोदय के  मूल मंत्र से माननीय प्रधान मंत्री जी  मोदीजी द्वारा हो चुकी है।  

श्री नरेद्र मोदीजी कि यह सोच है कि जब तक  किसानो से लेकर विद्यार्थियो  तक सभी कि आत्महत्याए बंद नहीं होगी तभी हम दावा  कर सकेंगे कि हम इंसानियत को समझते है। जब हम गरीबो के आंसू पोछेंगे , एक स्वस्थवर्धक  समाज  का का निर्माण करेंगे और ऊँची इमारते बनाने के लिये प्रकृति पर आक्रमण पूर्णतया बंद करेंगे , तभी अन्तोदय के मार्ग पर हमारा सफ़र प्रारम्भ होगा।परम पूज्य दीन  दयाल उपध्या के एकात्मानववाद व् अन्तोदय को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ही  सही मायने में श्रद्धांजलि स्वरुप पंडित  दीन  दयाल उपाध्याय  के सपनो को   क्रियान्वित कर रहे है जो अपने आप में श्रद्धा सुमन अर्पित करने जैसा है। 


                                                                               पुण्य तिथि पर श्रधान्जली 

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