Sunday 12 January 2014

२७२ + में झारखण्ड १४/१४ कि भूमिका (critical analysis of jharkhand 14 loksabha seats)

chaitanya shree २७२ + में झारखण्ड १४/१४ कि भूमिका 
महोदय, 
आज के परिपेक्ष में हमारा लक्ष्य २७२ +के सन्दर्भ में झारखण्ड कि इस्थिति को देखकर बेमानी लगता है। झारखण्ड राज्य में भाजपा कि सांगठनिक क्षमता को देखते हुए झारखण्ड १४/१४ के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है, लेकिन उसके लिए भाजपा को उम्मीदवारो ब्क चयन सारे सामजिक संदर्भो को देखते हुए करना होगा।  इसके लिए भाजपा को योग्य उम्मीदवारो का चयन अपने चारदीवारी से बाहर परिवार के अन्य संगठनो से उम्मीदवारो को आकर्षित करना पड़ेगा।  हम अगर बिंदुवार सारे १४ लोकसभा क्षेत्रो का अध्यन करते है तो झारखण्ड कि यह इस्थिति पाते है -:

१ )धनबाद - यहाँ के मौजूदा सांसद श्री पी एन सिंह है , जो आज काफी जनता के बीच अलोकप्रिय है , इन्हे अगर रिपीट किया गया तो , धनबाद लोकसभा क्षेत्र भाजपा हार जायेगी। अगर इनके अलावा अन्य किसी उम्मीदवार कि तलाश भाजपा  करती है तो हमें दूर -दूर तक भाजपा में कोई नजर नहीं आता , लेकिन परिवार के अन्य संगठन यथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संगठन , मजदूर संघ , युवा मोर्चा इत्यादि से उम्मीदवार आकर्षित कर पाए तो धनबाद लोकसभा हमारे पास हो सकता है। यहाँ यह ज्ञातव होगा कि झारखण्ड के प्रान्त संघ  चालाक श्री जगन्नाथ शाहीजी को जो  इसी लोकसभा क्षेत्र में निवास करते है और  इस क्षेत्र में काफी लोकप्रिय भी है।अगर  भाजपा प्रान्त संघचालक जी पर विचार करती है तो विजय अवश्यम्भावी है। 
२ ) गिरिडीह -गिरिडीह के मौजूदा स्थिति को देखते हुए वर्त्तमान सांसद रविन्द्र कुमार पाण्डेय कि इस्थिति भी दयनीय है , मुझे ऐसा लगता है उनके स्थान पर वर्त्तमान युवा मोर्चा प्रभारी एवं जनलोकप्रिय नेता श्री विरंचीनारायण  एक मजबूत उम्मीदवार हो सकते है ,और यह गिरिडीह सीट भाजपा के झोली में जा सकती है। 
३ ) कोडरमा -अभी यह सीट भातीय जनता पार्टी के पास नहीं है , लेकिन पूर्व में यह सीट हुआ करती थी , यह सीट भाजपा जीत सकती है अगर मौजूदा भाजपा अध्यक्ष श्री रविन्द्र राय  को यहाँ का लोकसभा प्रताशी बनाया गया तो  भाजपा कि झोली में यह सीट जा सकती है। 
४ )हज़ारीबाग - यशवंत सिन्हा जी के कद को देखते हुए यशवंत सिन्हा जी का यह सीट उपयुक्त है ,यह सीट हम   जीत सकते है। 
५)चतरा - चतरा के वर्त्तमान सदस्य भाजपा से नहीं है लेकिन यह सीट भाजपा जीत सकती है अगर सुनील कुमार सिंह या यदुनाथ पाण्डेय को यहाँ का प्रताशी बनाया गया तो विजय अवश्यम्भावी है। 
६ )पलामू -वर्त्तमान में यह सीट भाजपा के पास नहीं है परन्तु यहाँ के पूर्व डी जी पी श्री बी डी  राम जो इस क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हो रहे है , अगर श्री बी डी राम को भाजपा पलामू का उमीदवार बनाती है तो यह सीट भाजपा के झोली में जा सकती है। 
७)दुमका -वर्त्तमान में यह सीट भाजपा के पास नहीं है लेकिन श्रीमती लुइस मरांडी यह सीट भाजपा के झोली में डलवा सकती है। 
८ ) राजमहल - राजमहल क्षेत्र भाजपा के झोली में है लेकिन यहाँ एंटी इंकम्बेंसी फैक्टर लागू है अगर सोम मरांडी को यहाँ का प्रत्याशी बनाया जाता है तो यह फिर भाजपा कि झोली में जा सकती है। 
९ )गोड्डा -यह क्षेत्र निशिकांत दुबे कि लोकप्रियता कि बहुतायत है , निशिकांत दुबे कि लोकप्रियता के कारण यह सीट भाजपा को दुबारा जीत सुनिश्चित करती है। 
१० )खूटी -यह सीट श्री करिया मुंडा द्वारा जीता हुआ सीट है , अगर श्री करिया मुंडा इस सीट पर अनिक्षा जाहिर करते है तो उसके बदले नीलकंठ सिंह मुंडा प्रबल उमीदवार हो सकते है तथा यह सीट भाजपा के झोली में जा सकती है.
११ )लोहरदग्गा - यह सीट भाजपा के श्री सुदर्शन भगत के पास है किन्तु वर्त्तमान में इनकी स्थिति को देखते हुए श्रीमती आशा लाकरा एक जीतने वाली उमीदवार हो सकती है.
१२ )सिंघभूम -वर्त्तमान में यह सीट भाजपा के पास नहीं है लेकिन अगर श्री लक्ष्मण बिरुआ को यहाँ से उमीदवार घोसित किया जय तो मधु कोड़ा का विजय रथ रुक सकता है। 
१३ )जमशेदपुर -यह सीट वर्त्तमान में भाजपा के पास नहीं है लेकिन अगर झारखण्ड प्रान्त के भ्रटाचार विरोधी मुहीम के अगुआ श्री सरयू राय को यहाँ का उम्मीदवार घोषित किया जाता है तो वर्त्तमान सांसद अजय कुमार कि पराजय निशित जान पड़ती है।ऐसे अगर अर्जुन मुंडा यहाँ से प्रत्याशी बनना चाहते है तो भी जीत अवश्यम्भावी है। श्री मुंडा का कोई प्रतिद्वंदी नहीं है।  
१४ )रांची -वर्त्तमान में यह सीट भाजपा के पास नहीं है , लेकिन अगर भाजपाsri ramtahal chaodhary को प्रत्याशी बनती है तो यह सीट भाजपा के झोली में जा सकती है। 


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