chaitanya shree क्या भारत की सेना या भारत का सीमा सुरक्षा बल बांग्लादेसीओ को नियंत्रित कर सकेंगे ?
इस प्रश्न को मैं आप लोगो के सामने इसलिए रख रहा हूँ क्योकि भारत की पूर्व कांग्रेसी सरकार के इसारे पर आसाम की राज्य सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को बांग्लाभाषी भारतीय मुसलमान कह कर उन्हें बन्दूक व् तमाम हथियार देने का फैसला किया था । आसाम में रह रहे लगभग (देखे टाइम्स ऑफ़ इंडिया ५-५ -२०१४ )एक करोड़ बांग्लादेशी आग्नेयास्त्र से लैस होकर भारत की धरती पर बांग्लादेश की सेना होंगे। भारत की पूर्व कांग्रेस सरकार ने वर्त्तमान भाजपा सरकार के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती खड़ा कर अपना उल्लू सीधा कर लिया है।वहाँ का जातीय विनाश तो हो ही रहा है , साथ -साथ पूर्वांचल में रह रहे मूल भारतवासी अपनी जान लेकर भागेंगे। कांग्रेस ने पूर्वांचल क्षेत्र में इतना विष भर दिया है कि उन्हें समाप्त करने में वर्त्तमान भाजपा सरकार के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती होगी। भारत विभाजन के समय की परिस्थिति से भी भयावह हो जाएगी बांग्लादेश के दो प्रांत हो जायेंगे । आसाम सरकार (कांग्रेस)औरबंगाल की सरकार ( तृणमूल कांग्रेस) तुष्टिकरण की राजनीती से भारत वर्ष की अखंडता को खंड -खंड करने पर तुली है,ये राष्ट्र द्रोह पर उतारू है। इन सरकारों का सफाया जरूरी है तथा नयी भाजपा सरकार को वहाँ राष्ट्रपति शासन लागू कर बांग्लादेशियो को चिंन्हित कर उन्हें एप देश भेजा जाय ।
इस प्रश्न को मैं आप लोगो के सामने इसलिए रख रहा हूँ क्योकि भारत की पूर्व कांग्रेसी सरकार के इसारे पर आसाम की राज्य सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को बांग्लाभाषी भारतीय मुसलमान कह कर उन्हें बन्दूक व् तमाम हथियार देने का फैसला किया था । आसाम में रह रहे लगभग (देखे टाइम्स ऑफ़ इंडिया ५-५ -२०१४ )एक करोड़ बांग्लादेशी आग्नेयास्त्र से लैस होकर भारत की धरती पर बांग्लादेश की सेना होंगे। भारत की पूर्व कांग्रेस सरकार ने वर्त्तमान भाजपा सरकार के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती खड़ा कर अपना उल्लू सीधा कर लिया है।वहाँ का जातीय विनाश तो हो ही रहा है , साथ -साथ पूर्वांचल में रह रहे मूल भारतवासी अपनी जान लेकर भागेंगे। कांग्रेस ने पूर्वांचल क्षेत्र में इतना विष भर दिया है कि उन्हें समाप्त करने में वर्त्तमान भाजपा सरकार के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती होगी। भारत विभाजन के समय की परिस्थिति से भी भयावह हो जाएगी बांग्लादेश के दो प्रांत हो जायेंगे । आसाम सरकार (कांग्रेस)औरबंगाल की सरकार ( तृणमूल कांग्रेस) तुष्टिकरण की राजनीती से भारत वर्ष की अखंडता को खंड -खंड करने पर तुली है,ये राष्ट्र द्रोह पर उतारू है। इन सरकारों का सफाया जरूरी है तथा नयी भाजपा सरकार को वहाँ राष्ट्रपति शासन लागू कर बांग्लादेशियो को चिंन्हित कर उन्हें एप देश भेजा जाय ।
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