chaitanya shree
वोट बैंक की राजनीती का परिणाम राष्ट्र को भुगतना होगा। यदि असम व् बिहार एक और कश्मीर बन गया तो देश को खंडित होते देर नहीं लगेगा।जब केंद्र सरकार चुप्पी साधे है और तुस्टीकरण की राजनीती अपनी चरम पे है तो अवैध बंगलादेशियो के आने को भला कौन रोक सकता है। कविवर कृष्ण मित्र के शब्दों के माध्यम से मई अपनी बात रखना चाहता हू।
जो अलगाव की लिख रहे है कथाए
समझते नहीं वे समय की व्यथाए
उन्हें सिर्फ चिंता है सिंघासनो की
इबारत जुबा पर है दुश्मनों की
प्रफुल्लित है ,इस पर की पगड़ी उछाली
वे शिशुपाल बन दे रहे आज गाली
वे दुर्योधनो की सभा के विधयाक /सांसद
समाजो के दुश्मन विवादों का नायक
उन्हें कृष्ण की बात कैसे बताये
वे सीमा सहन की अगर जान पाए
तो निश्चित उन्हें याद होगा सुदर्शन
संभल कर चले और रोके प्रदर्शन
शतक हो गया तो यह अम्बर फटेगा
तो शिशु पाल का सर स्वैम ही कटेगा
अभी वक्त है साथियो को बताओ ,
देश के रहनुमाओ , वतन को बचाओ।
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