chaitanya shree प्रश्न ? (भाग -१ )
-क्या हम चुनाव के पूर्व राजनितिक दलों के घोसना -पत्रों को पढते है ?
-क्या उसके लिये जनप्रतिनिधियों के पास जाना कटाक्ष पूर्वक टालते है ?
-जिन राजनैतिक नेताओ के सम्बन्धी अपार धन के मालिक बनते है क्या उनकी न्यायिक जांच की मांग करते है ?
-जो नेता अपने अपने बच्चो और परिवारजनों को केवल २-३ वर्ष के राजनैतिक अनुभव के आधार पर पार्टी टिकेट दिलवाते है , क्या उनका बहिस्कार करते है ?
- जो नेता केवल जीतने के बाद अपने छेत्र में चेहरा न दिखाया हो उसका लिखित पार्टी के प्लेटफार्म पर लोगो द्वारा बहिष्कार होता है ?
-क्या जो वैक्ति नेता के रूप में अपने छेत्र में काम ना किया हो उसे दुबारा टिकेट मिल जाए वो भी जुगाड़ तंत्र से वहा की प्रजा ठगा महसूस नहीं करती है ?
-जो राजनेता दूरभास पर अनधिकृत रूप से निर्देश देते है ,क्या हमलोग उनका विरोध करते है ?
अगर इन सवालों का जवाब मिल जायेगा तो हो सकता है मानसिक ,वैक्तिक ,आर्थिक दरिद्रता से हम ऊपर उठ सकते है
(और कुछ सवालो का जवाब मुझे ढूँढना है जो मै अगले अंक में प्रस्तुत करूंगा)
-क्या हम चुनाव के पूर्व राजनितिक दलों के घोसना -पत्रों को पढते है ?
-क्या उसके लिये जनप्रतिनिधियों के पास जाना कटाक्ष पूर्वक टालते है ?
-जिन राजनैतिक नेताओ के सम्बन्धी अपार धन के मालिक बनते है क्या उनकी न्यायिक जांच की मांग करते है ?
-जो नेता अपने अपने बच्चो और परिवारजनों को केवल २-३ वर्ष के राजनैतिक अनुभव के आधार पर पार्टी टिकेट दिलवाते है , क्या उनका बहिस्कार करते है ?
- जो नेता केवल जीतने के बाद अपने छेत्र में चेहरा न दिखाया हो उसका लिखित पार्टी के प्लेटफार्म पर लोगो द्वारा बहिष्कार होता है ?
-क्या जो वैक्ति नेता के रूप में अपने छेत्र में काम ना किया हो उसे दुबारा टिकेट मिल जाए वो भी जुगाड़ तंत्र से वहा की प्रजा ठगा महसूस नहीं करती है ?
-जो राजनेता दूरभास पर अनधिकृत रूप से निर्देश देते है ,क्या हमलोग उनका विरोध करते है ?
अगर इन सवालों का जवाब मिल जायेगा तो हो सकता है मानसिक ,वैक्तिक ,आर्थिक दरिद्रता से हम ऊपर उठ सकते है
(और कुछ सवालो का जवाब मुझे ढूँढना है जो मै अगले अंक में प्रस्तुत करूंगा)
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