Thursday, 6 July 2017

chaitanya shree
धर्मनिरपेक्षता का मुखेोटा पहने मुस्लिम समुदाय कहा खड़ा है? पंथनिर्पेक्ष बताए?  कपोल-कल्पित भावुकता व् धारणाओं की मोटीअभेद्य दीवार ने हिन्दुओ तक नए प्रकाश की किरणों को पहुंचने से रोक रखा है। हिन्दू बहुसंख्य में है, उनके दृष्टिकोण का महत्व होना ही चाहिए उनकी आपत्तियां तर्कसम्मत हो या भावुकतापूर्ण, दूर किये बिना (हिन्दू-मुस्लिम वैमनस्य की )समस्या का शांतिपूर्ण हल संभव नहीं है।  

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