chaitanya shree
कश्मीर का वास्तविक समाधान क्या होना चाहिये ?
भारत सरकार कश्मीर का समाधान कर सकती है , इसके लिये राजनितिक इक्षा शक्ति और वोट बैंक की राजनीती से सरकार को ऊपर उठना पड़ेगा। कुछ समाधान मै नीचे उदृत कर रहा हू।
१ ) कश्मीर घाटी में सक्रिय अलगाववादी नेता सरकार और प्रशासन के आशीर्वाद से देश के विभिन्न शहरो में जाकर अपने अलगाववादी अजेंडे का खुला प्रचार करते है। कांग्रेस पार्टी,आम पार्टी ,तथा वामपंथी पार्टी के कुछ नेता इनका साथ दे रहे है। ये लोग स्थान स्थान पर जाकर कश्मीर की आज़ादी जैसे विषयों पर विचार गोष्टिया करते है। इनका सर्वजनिक तौर पर पर पूर्ण बहिस्कार होना चाहिये।
२ ) अनुछेद ३७० को समाप्त कर प्रदेश के अलग झंडे और अलग संविधान के अस्तित्व को समाप्त किया जाये।
३ ) जम्मू -कश्मीर के प्रशासन में जमे बैठे पकिस्तान समर्थको , धार्मिक स्थलों में छिपे उपद्रवियों और जंगलो में स्थापित आतंकियों के गुप्त ठीकानो पर सेना की सहायता से सख्त कार्यवाही की जाये।
४ ) अलगाववादी संगठनो पर तुरंत प्रतिबन्ध लगाकर इनके नेताओ पर देशद्रोह के मुकद्दमे चलाये जाये।
५ ) कश्मीर घाटी में अपने घरो से जबरदस्ती और योजनाबद्ध तरीके से उजड़े गए चार लाख हिन्दुओ की सम्मानजनक एवं सुरक्षित घर वापसी को सुनिषित किया जाये।
६ )जम्मू और लद्दाख के प्रति हो रहे भेद भाव को समाप्त करने की संवैधानिक वैयावस्था की जाये।जिस काम की शुरुआत मोदीजी कर चुके है।
७ )सुरक्षा बलों के विसेशाधिकार वापस लेने जैसे कदम उठा कर उनके मनोबल को न तोडा जाये। सामान्य नागरीको की सुरक्षा के लिये संवेदन शील चेत्रो में तैनात सुरक्षाबलों को देशद्रोही आतंकियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के सभी अधिकार सौपे जाये।
८ ) सन १९९४ में भारतीये संसद द्वारा लिये गए संकल्प "सम्पूर्ण जम्मू - कश्मीर भारत का अभिन्न अंग " को क्रियान्वित करने के लिये यथासंभव कार्यवाही की जाये।
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