Thursday, 5 February 2015

"कांग्रेस और आप नीतियो के मामले में दोन्हो एक ही थाली के चट्टे -बट्टे है "

chaitanya shree "कांग्रेस और आप नीतियो के मामले में दोन्हो एक ही थाली के चट्टे -बट्टे है "
मुझे लगता है कि कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस -१ के स्थान पर कांग्रेस -२ के रूप में ही आगे बढ़ाई जा रही है , यही कारन है कि अरविन्द केजरीवाल उन सब प्रश्नो पर बात करने से बचते है जो देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है , आश्चर्य है कि जब कभी -कभार इन मुद्दो पर विवशता में बोलते भी है तो उनके विचारो में और कांग्रेस के विचारो में कोई मौलिक अंतर दिखाई नहीं देता , जिसका उदहारण मै  आपके सामने प्रस्तु करता हूँ -:
१ ) कश्मीर में जनमत संग्रह कराने के प्रश्न पर जो बात पिछले पांच दसको से कांग्रेस कह रही है , पकिस्तान कह रहा है , आतंकवादी कह रहे है , वही बात इस पार्टी के प्रशांत भूषण कह रहे है। 
२ ) ३७० पर आम आदमी पार्टी की भी वही राय है जो कांग्रेस की है। 
३ ) आतंकवाद पर भारत और माओवाद प्रभावित राज्यो से सेना को हटाने या फिर वहा उनकी शक्ति को नपुंसक स्तर तक लाने कि बात कांग्रेस भी कह रही है और आम आदमी पार्टी भी कह रही है। 
४ ) कांग्रेस यह मान कर चलती है कि इस देश में मुसलमानो के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है और उनके लिए अलग से कानून बनाया जाना चाहिए ,मोटे तौर पर आम आदमी पार्टी भी यही कहती है। 
५ ) कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह भी यह कहते है कि इस देश में जहा मुस्लिम आतंकवादी  मारा जाता है वह जाली एनकाउंटर होता है ,केजरीवाल कि पार्टी का भी यही मत है। 
६ ) बहुराष्ट्रीय कम्पनियो के मामले में आम आदमी पार्टी को भी यही लगता है कि उनका ऑडिट कर देने से समस्या हल हो जायेगी। ये केवल कुछ उदहारण है मोटे तौर पर निति के मामले में सोनिया गांधी कि पार्टी और आम आदमी पार्टी में कोई अंतर नहीं है दोन्हो एक ही थाली के चट्टे - बट्टे है। 
जहाँ तक वैचारिक नीती का प्रश्न है तो आम आदमी पार्टी कांग्रेस का ही प्रतिरूप है , इसलिए जिन पूंजीवादी प्रतिष्ठानो को सोनिया  कांग्रेस के गिरने का खतरा दिखाई दिया तो उन्होंने तुरंत आम आदमी पार्टी पर दाव लगाना शुरू कर दिया क्योकि आम आदमी पार्टी के आने से प्रशासन में नीतिगत निरंतरता बनी रहेगी ,जिससे देशी -विदेशी शक्तियो के निहित स्वार्थ प्रभावित नहीं होंगे। 
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यदि राष्ट्रवादी शक्तिया सत्ता में आजाती है तो सभ्यताओ के संघर्ष में एक ऐसी सभ्यता फिर से अंगड़ाई लेने लगेगी जिसे अभी तक विश्व शक्तियो ने हासिये पर धकेल रखा है। 
राष्ट्र हित के लिए नरेंद्र मोदी आवश्यकता ही नहीं हमारे  लिए जरूरत भी है इसलिए  भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियो को जीता कर शसक्त राष्ट्र बनाने में नरेंद्र भाई की  मदद करे और अपना भविष्य उज्जवल बनाये।  
दिल्ली की जनता से मै प्रार्थना करूंगा की आप अपना बहुमूल्य वोट देकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार दिल्ली में बनाएंगे।  

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