chaitanya shree जुनून हिन्दू का हो या हो जुनून मुस्लिम का
जब भी जलते है , गरीबो के घर जलते है
मै सलमान खुर्शीद ,एवं तमाम कांग्रेसी नेताओ, तथा क्षेत्रीय दलो के नेताओ, और कुछ हमारे मीडिया के साथी , ख़ास कर बरखा दत्त को जिन्होंने गोधरा काण्ड को बढ़ा चढ़ा कर अपने चैनल में प्रस्तुत किया था , बताना चाहता हूँ कि गोधरा का जिन्न अपने दिमाग से फेक दीजिये ,यथार्थ क्या था आप लोगो भी जानते है ,लेकिन उसे लोगो के बीच दिग्भ्रमित कर मीडिया तथा तमाम नेताओ ने अपनी तुष्टि करण कि राजनीती के लिए प्रस्तुत किया था।
गोधरा कि घटना एक राजनितिक षड्यंत्र था , जिसे राष्ट्र द्रोहियो ने रचा था , उस षड्यंत्र के तार सीमा पार से जुड़े थे , उनका उद्देश्य वही था , जिसमे वह सफल हुए। योजना के मुताबिक़ ट्रैन अग्निकांड कि घटना गोधरा के बदले चिंचलाव स्टेशन पर घटनी थी ,चिंचलाव में इसे १०० गुना ज्यादा वीभत्स बनाया जाना था ,ट्रेनो के समय में विलम्ब के कारण यह कार्यक्रम बदला गया , ५६ हिन्दुओ को जिन्दा जला दिया गया , क्या आपने ५६ हिन्दुओ के घरो पर अपना दुःख जताया था? सलमान खुर्शीद व् तमाम सेक्युलर मीडिया ने इन पर डाक्यूमेंट्री बनाकर दिखाया था? तथा शोक व्यक्त किया था ?मुझे तो आज तक किसी चैनल पर या कोई राजनितिक दल इनके घरो पर शोक व्यक करते नजर नहीं आया। ये सारे सूडो सेक्युलर अपनी वाह - वाही लूटना चाहते है ,राष्ट्र के विषय पर इनको कोई चिंता नहीं है। बहरहाल गोधरा काण्ड न होता तो दंगे भी नहीं होते।
गोधरा में जो मरे , वो निरपराध थे ,
बाद में जो मरे , वो भी निरपराध थे
मै खुद अपने मुस्लिम दोस्तों को जो हमारे बहुत ही करीबी है , गोधरा के बाद हुए दंगो को हिंदुत्व पर कलंक बताया था , लेकिन कांग्रेस और अन्य धर्मनिर्पेक्ष दलो ने गोधरा ट्रेन नरसंहार को महज हादसा बताने का प्रयास किया ,कई जांच आयोग बने , चुनाव के ठीक पहले ऐसी रिपोर्ट लीक कि गयी जिसने इस काण्ड को महज हादसा बताया। हिन्दू संगठनो को फासिस्ट करार दिया गया। कांग्रेस ने गांधी कि गुजरात को गोडसे का गुजरात करार दिया ,उसका उद्देस्य मुसलमानो को भड़का कर वोट प्राप्त करना था , जो इस बार फिर इस जिन्न को निकाल कर मुसलमानो का वोट प्राप्त करना चाहते है ,लेकिन मुस्लिम वोटर भी समझ गया है कि उनका सिर्फ दोहन होता आया है अगर मुस्लिम वोटर विकास कर जायेगा तो इनका वोट ख़तम हो जायेगा ,जिसका पत्यक्ष प्रमाण गुजरात है जहा मुस्लिम विकास कि पथ पर अग्रसर है।जब जब ये घोटाले और स्कैम में फसते है , तो इन्हे मुस्लिम वोटरो कि ही याद आती है वाह रे हमारा लोकतंत्र तुमको सत -सत नमन.
"ऐ रहबरे मुल्को कौम बता
ये किसका लहू है , कौन मारा?"
जब भी जलते है , गरीबो के घर जलते है
मै सलमान खुर्शीद ,एवं तमाम कांग्रेसी नेताओ, तथा क्षेत्रीय दलो के नेताओ, और कुछ हमारे मीडिया के साथी , ख़ास कर बरखा दत्त को जिन्होंने गोधरा काण्ड को बढ़ा चढ़ा कर अपने चैनल में प्रस्तुत किया था , बताना चाहता हूँ कि गोधरा का जिन्न अपने दिमाग से फेक दीजिये ,यथार्थ क्या था आप लोगो भी जानते है ,लेकिन उसे लोगो के बीच दिग्भ्रमित कर मीडिया तथा तमाम नेताओ ने अपनी तुष्टि करण कि राजनीती के लिए प्रस्तुत किया था।
गोधरा कि घटना एक राजनितिक षड्यंत्र था , जिसे राष्ट्र द्रोहियो ने रचा था , उस षड्यंत्र के तार सीमा पार से जुड़े थे , उनका उद्देश्य वही था , जिसमे वह सफल हुए। योजना के मुताबिक़ ट्रैन अग्निकांड कि घटना गोधरा के बदले चिंचलाव स्टेशन पर घटनी थी ,चिंचलाव में इसे १०० गुना ज्यादा वीभत्स बनाया जाना था ,ट्रेनो के समय में विलम्ब के कारण यह कार्यक्रम बदला गया , ५६ हिन्दुओ को जिन्दा जला दिया गया , क्या आपने ५६ हिन्दुओ के घरो पर अपना दुःख जताया था? सलमान खुर्शीद व् तमाम सेक्युलर मीडिया ने इन पर डाक्यूमेंट्री बनाकर दिखाया था? तथा शोक व्यक्त किया था ?मुझे तो आज तक किसी चैनल पर या कोई राजनितिक दल इनके घरो पर शोक व्यक करते नजर नहीं आया। ये सारे सूडो सेक्युलर अपनी वाह - वाही लूटना चाहते है ,राष्ट्र के विषय पर इनको कोई चिंता नहीं है। बहरहाल गोधरा काण्ड न होता तो दंगे भी नहीं होते।
गोधरा में जो मरे , वो निरपराध थे ,
बाद में जो मरे , वो भी निरपराध थे
मै खुद अपने मुस्लिम दोस्तों को जो हमारे बहुत ही करीबी है , गोधरा के बाद हुए दंगो को हिंदुत्व पर कलंक बताया था , लेकिन कांग्रेस और अन्य धर्मनिर्पेक्ष दलो ने गोधरा ट्रेन नरसंहार को महज हादसा बताने का प्रयास किया ,कई जांच आयोग बने , चुनाव के ठीक पहले ऐसी रिपोर्ट लीक कि गयी जिसने इस काण्ड को महज हादसा बताया। हिन्दू संगठनो को फासिस्ट करार दिया गया। कांग्रेस ने गांधी कि गुजरात को गोडसे का गुजरात करार दिया ,उसका उद्देस्य मुसलमानो को भड़का कर वोट प्राप्त करना था , जो इस बार फिर इस जिन्न को निकाल कर मुसलमानो का वोट प्राप्त करना चाहते है ,लेकिन मुस्लिम वोटर भी समझ गया है कि उनका सिर्फ दोहन होता आया है अगर मुस्लिम वोटर विकास कर जायेगा तो इनका वोट ख़तम हो जायेगा ,जिसका पत्यक्ष प्रमाण गुजरात है जहा मुस्लिम विकास कि पथ पर अग्रसर है।जब जब ये घोटाले और स्कैम में फसते है , तो इन्हे मुस्लिम वोटरो कि ही याद आती है वाह रे हमारा लोकतंत्र तुमको सत -सत नमन.
"ऐ रहबरे मुल्को कौम बता
ये किसका लहू है , कौन मारा?"
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