Tuesday, 11 February 2014

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा किए गए कार्य जो राष्ट्र को जोड़ते है

 राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा किए गए कार्य जो राष्ट्र को जोड़ते है 
                    राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा किए जा रहे कार्यो को देखो तो , राष्ट्र पर जब भी कभी आपदा आई , स्वयंसेवको ने अपनी मिशाल खड़ी की। जब सुनामी लहरो का कहर आया था तब स्वयंसेवको ने जो सेवा कार्य किया उसकी प्रशंशा वहा के ईसाई कम्युनिष्टो ने भी की थी। अमेरिका के कैटरीना के भयंकर तूफ़ान में भी वहाँ स्वयं सेवको ने सराहनीय कार्य किया था। 
                     कुछ वर्ष पूर्व चरखी दादरी हरियाणा में दो हवाई जहाज़ों के टकरा जाने के परिणाम स्वरुप ३०० से ज्यादा अधिक लोगो कि मृत्यु हुई थी , दुर्भाग्य से ये सभी मुस्लिम समाज के थे उनकी सहायता के लिए सेक्युलर नहीं गए थे।  सभी के लिए कफ़न , ताबूत ,आदि कि व्वयवस्था , उनके परिजनो को सूचना देने का काम , शव लेने आने वालो का भोजन , आवास आदि कि व्यवस्था वहाँ के स्वयं सेवको ने ही कि थी। इस कारण वहाँ कि मस्जिद में स्वयं सेवको का अभिनन्दन हुआ था , मुस्लिम पत्रिका रेडिएंस ने (शाबाश आर एस एस )शीर्षक से लेख छापा था। 
                        राष्ट्रीय सुरक्षा के मोर्चे पर भी स्वयं सेवक खरे उतरे है , सन ४७ , ४८ , ६५ , ७१ , के युद्ध के समय सेना को हर प्रकार से नागरिक सहयोग प्रदान करने वालो कि अग्रिम पंक्ति में थे , स्वयं सेवक भोजन , दवा , रक्त , जैसी भी आवश्यकता सेना को पड़ी तो स्वयं सेवको ने इसकी पूर्ती की , यही इस्थिति कारगिल युद्ध में भी हुई थी। स्वयं सेवको ने सरकार से न मुआवजा लिया न मेडल , यह है निःस्वार्थ देश सेवा संघ का इतिहास।  सेना के एक अधिकारी ने कहा था राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भारत का    रक्षक भजदण्ड है।  

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