देश में अनेक वर्ग -वर्ण ,जाती,धर्म है
भाव है , अनेक बोल है , अनेक कर्म है
कोटि -कोटि रूप में , परन्तु एक प्राण है
मान एक ,ज्ञान एक ,ध्यान एक , गान है
आज एक शक्ति है
एक भाव भक्ति है
कोटि -कोटि प्राण की
अभिन्न आज भावना।
जन्म- भूमि ,मात्री -भूमि वंदना
राम भूमि ,त्याग भूमि ,भाग्य भूमि अर्चना।
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