Tuesday, 28 May 2013

भारत के शासको से आह्वान कर रहा हू की चीन से भयभीत होने की जरूरत नहीं

chaitanya shree नाचे रंचंदिका   कि  उतरे प्रलय हिमालय पर से 

                             फटे  अताल  पाताल  कि  झर झर मृत्यु अम्बर से 

                            मन की  व्वैथा  समेट  न तो  अपने पण से हारेगा 

                            मर जायेगा  स्वैम , सर्प को अगर नहीं मारेगा  

भारत के शासको से आह्वान कर रहा हू  की चीन से भयभीत होने की जरूरत नहीं , चीन और पकिस्तान की सामरिक चुनौती का ठीक -ठीक आकलन करके भारत को अपनी रक्षा तैयारी पुख्ता  करनी होगी ताकि सम्बन्ध सुधारने की कोशिस रंग नहीं लायी और चीन ने दुसरे रास्ता अपनाने की कोशिश की तो उसका मुह तोड़ जवाब दिया जा सके .           

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