chaitanya shree नमो के कार्य का भारत विकास में दिखता असर (भाग -१)
मित्रों देश का नेतृत्व और दो साल की अवधी में सरकार की छवि सब कुछ बयां कर रही है। प्रशासनिक स्तर पर अमूल -चूल परिवर्तन कर सरकार ने बड़े कम समय पर एक सफल कोशिश की है। जिसका परिणाम धरातल पर नज़र आने लगा है।
जब सरकार बनी थी तब सबसे पहला काम काळा धन को लेकर sit बनी जो अपने लक्ष्य की ओर तेज़ गति से काम कर रही है , काले धन वाले लोग भी डरे सहमे बैंकिंग व्यवस्था पर जोड़ देने में जुट गए है जिससे टैक्स में भी इज़ाफ़ा हुआ है। सरकार के तिजोरी में कोयला खदान व् स्पेक्ट्रम नीलामी से देश को बहुत बड़ा लाभ हुआ जो विकास के कामो में लगाया जा रहा है।यह पहला मौका है ,जब सरकार ने जनधन योजना के माधयम से गरीब लोगो की पहुँच बैंक तक सुनिश्चित की है। करीब १९. करोड़ खाते खोले गए जिनसे आम आदमी जुड़ा वही ९.२६ करोड़ लोगो ने प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा २.९२ करोड़ लोगो ने प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं १३ लाख ने अटल पेंशन योजना के तहत पंजीकरण कराया। यानी शासन - प्रशासन के स्तर पर जनकल्याण की योजना सिर्फ चल ही नहीं रही है बल्कि जमीन पर उनका असर भी दिखाई दे रहा है। जो खाते बैंक में खुले है ,उनके माध्यम से सरकारी लाभ उनके खाते में आ भी रहा है। जहां पहले कालाबाजारी के लिए गैस सिलेंडर मिल ही नहीं पाते थे या मिलते थे अब आसानी से मिल रहे है। पहल योजना के अंतर्गत लगभग १४.७८ करोड़ उपभोक्ता सीधे सब्सिडी प्राप्त कर रहे है।
शेष अगले अंक में
मित्रों देश का नेतृत्व और दो साल की अवधी में सरकार की छवि सब कुछ बयां कर रही है। प्रशासनिक स्तर पर अमूल -चूल परिवर्तन कर सरकार ने बड़े कम समय पर एक सफल कोशिश की है। जिसका परिणाम धरातल पर नज़र आने लगा है।
जब सरकार बनी थी तब सबसे पहला काम काळा धन को लेकर sit बनी जो अपने लक्ष्य की ओर तेज़ गति से काम कर रही है , काले धन वाले लोग भी डरे सहमे बैंकिंग व्यवस्था पर जोड़ देने में जुट गए है जिससे टैक्स में भी इज़ाफ़ा हुआ है। सरकार के तिजोरी में कोयला खदान व् स्पेक्ट्रम नीलामी से देश को बहुत बड़ा लाभ हुआ जो विकास के कामो में लगाया जा रहा है।यह पहला मौका है ,जब सरकार ने जनधन योजना के माधयम से गरीब लोगो की पहुँच बैंक तक सुनिश्चित की है। करीब १९. करोड़ खाते खोले गए जिनसे आम आदमी जुड़ा वही ९.२६ करोड़ लोगो ने प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा २.९२ करोड़ लोगो ने प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं १३ लाख ने अटल पेंशन योजना के तहत पंजीकरण कराया। यानी शासन - प्रशासन के स्तर पर जनकल्याण की योजना सिर्फ चल ही नहीं रही है बल्कि जमीन पर उनका असर भी दिखाई दे रहा है। जो खाते बैंक में खुले है ,उनके माध्यम से सरकारी लाभ उनके खाते में आ भी रहा है। जहां पहले कालाबाजारी के लिए गैस सिलेंडर मिल ही नहीं पाते थे या मिलते थे अब आसानी से मिल रहे है। पहल योजना के अंतर्गत लगभग १४.७८ करोड़ उपभोक्ता सीधे सब्सिडी प्राप्त कर रहे है।
शेष अगले अंक में
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