Thursday, 27 June 2013

आने वाली नस्ल को कितनी सुरक्षित भारत सौप सके

chaitanya shree
                               " वतन की फिक्र कर नादां , क़यामत आने वाली है
                                    तेरी बर्बादियो  के चर्चे है आसमानों में
                              न सम्भाले तो फ़ना हो जाओगे हिंदुस्ता वालो
                                तुम्हारी दासता तक न मिलेगी दास्तानों में ."
भारत अपने  सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण अस्तित्व का पक्षधर है . लेकिन हमें (सभी छेत्रो  में  ) एक निर्णायक युद्ध लड़ना पड़ेगा , (ये विचार मेरा निजी है ), यह सोचने का एक कारन है , भविष्य हमें इसलिये स्मरण नहीं रखेगा की हमने कितने , मंदिर, चर्च , ,गुरुद्वारे , या मस्जिद , बनवाई , हमें इसलिये जाना जायेगा की हमने आने वाली नस्ल  को कितनी सुरक्षित भारत सौप सके ,सुरक्षित भारत एक बहुत बड़ी बात है , यथार्त के धरातल पर उतर कर उन साड़ी परिस्तितियो का आकलन और निर्धारण करना होगा .

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